बछड़ा और ओसर पशु प्रबंधन
बछड़ों को लाभदायक वयस्क जानवरों में परिवर्तित करने के हर पहलू को जानें
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यह पाठ्यक्रम एक वीडियो आधारित पाठ्यक्रम है जिसे आप अपने स्मार्ट फोन, टैबलेट या व्यक्तिगत कंप्यूटर का उपयोग करके एक्सेस कर सकते हैं। आप इस पाठ्यक्रम को अपनी गति से पूरा कर सकते है. सभी विडियो हमारे विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सफल किसानो के फार्म में लिए गए हैं। सर्वश्रेष्ठ पशुचिकित्सक इस व्यावहारिक पाठ्यक्रम को बनाने में शामिल रहे हैं. इससे आप घर बैठे सीख सकते है और अपने डेयरी फार्म में बछड़े और हेफ़र के विकास को सफलतापूर्वक प्रबंधित कर पाएंगे।
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37 वर्षों के व्यावहारिक अनुभव के साथ डॉ. मिलिंद केशव कुलकर्णी बेचलर ऑफ़ वेटेरनरी साइंस एवं पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन के क्षेत्र में पेशेवर है । इनका नाम प्रतिष्ठित इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स 2019 में , " फॅमिली विथ मोस्ट जनरेशन्स ऑफ़ वेटरनरी डॉक्टर्स " में दर्ज है । इनके परिवार की लगातार चार पीढ़ियां वर्ष 1918 से 2018 तक पशु चिकित्सक के रूप में सेवाएँ प्रदान कर रही हैं।
उनके पास डेयरी पशुओं की बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के प्रबंधन में व्यापक अनुभव और विशेषज्ञता है। कई पशु चिकित्सा पॉलीक्लिनिक्स में पशुधन विकास अधिकारी के रूप में काम करने के बाद, उन्होंने ने हजारों जानवरों का इलाज किया है। महाराष्ट्र सरकार के साथ पशुपालन विभाग के सहायक आयुक्त के रूप में, उन्होंने गहरी अंतर्दृष्टि प्राप्त की है और किसानों को डेयरी से जुड़ी व्यावहारिक समस्याओं को हल करने में मदद की है।
पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर प्रमाणपत्र प्राप्त करें
"अपने कैरियर की संभावनाओं को बढ़ाये "
Course Curriculum
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Startनवजात बछड़ों को किस प्रकार का आवास प्रदान करना चाहिए? (4:23)
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Startजन्म के बाद बछड़े को क्या देखभाल देनी चाहिए? (4:28)
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Startआपको पहला दूध या कोलोस्ट्रम बछड़े को कैसे खिलाना चाहिए ? (1:03)
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Startखीस बछड़ों को बीमारियों से कैसे बचाता है? (0:44)
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Startआप कैसे जान सकते हैं कि क्या कोलोस्ट्रम अच्छी गुणवत्ता का है? (0:53)
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Previewबछड़ों को कितना कोलोस्ट्रम और दूध आपको खिलाना चाहिए? (2:30)
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Startनए जन्में बछड़ों में आपको बीमारी के कौन से लक्षण देखने चाहिए? (0:36)
बछड़ा और ओसर पशु प्रबंधन पर इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप निम्नलिखित प्रक्रियाओं में सक्षम होंगे:
अपने फार्म में बछड़ों की 100% जीवित रहने की दर प्राप्त करना
अपने बछड़ों और हेफ़रों को सही चारा देना
बछड़ो का दिहोरनिंग करना
बछड़ो के कान में टैग लगाना
पशुओ का सही समय पे कृमिहरण करना
शरीर के वजन में उपयुक्त वृद्धि होना
समय पर यौन परिपक्वता तक पहुंचने के लिए अपने हेफ़र्स को तैयार करना
बछड़ों में होने वाली बीमारियों की पहचान करें और उन्हें संभालना
अपने बछड़ों को सफलतापूर्वक उत्पादक वयस्क जानवरों में विकसित करना
Frequently Asked Questions
कोर्स की मूल कीमत ₹ ३०००.छूट के बाद ₹ ५९९.